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मूलांक-1

by CKadmin

अंकशास्त्र में प्रत्येक अंक की अपनी कुछ विशेषताएं हैं। हर अंक की अपनी एक अलग ऊर्जा व तरंगदैर्ध्यता होती है। अंक शास्त्र में अंक 1 को नई शुरुआत का द्योतक माना जाता है। इसका प्रतिनिधित्व सूर्य ग्रह करते हैं। अतः इस अंक को सूर्य के समान ऊर्जावान व तेजवान कहा जाता है। जिस प्रकार सूर्य की ऊर्जा पृथ्वी पर जीवन का मूल कारण है इसी तरह अंक 1 जीवनशक्ति से भरपूर होता है। इसमें एक प्रशासक, नेता, प्रतिनिधि व कुशल प्रबंधक के गुण सम्माहित होते हैं। मूलांक 1 वाले जातकों में परिस्थितियों के अनुसार विचार विमर्श कर निर्णय लेने की अनुपम क्षमता होती है। ये लोग प्रबल इच्छाशक्ति व दृढ़निश्चयी व्यक्तित्व के धनी होते हैं। इन्हें घर परिवार अथवा कार्यक्षेत्र में भी मुख्यतः नेतृत्व जैसे कार्य ही सौंपे जाते हैं। व्यवसाय या नौकरी पेशे से देखा जाए तो ये लोग अधिकतर उच्च पदाधिकारी, मैनेजर, प्रशासक आदि पदों पर ही कार्यरत होते हैं। ये लोग अपने पद व उसकी पहुँच को बहुत पसंद भी करते हैं। इन लोगों में ज़िद व अहंकार भी देखने को मिलता है। मूलांक 1 वाले जातक काफी स्वाभिमानी होते हैं। ये किसी के अधीन रहकर कार्य करना पसंद नहीं करते। जब ये किसी कार्य को करने की ठान लेते हैं तो खत्म करके ही दम लेते हैं। ये लोग बहुत ही कर्मठ होते हैं, इन्हें कार्य करते हुए जल्दी से थकान महसूस नहीं होती। मूलांक 1 वाले निडर होते हैं व प्रतिकूल परिस्थितियों में भी हौसला नहीं हारते। इन लोगों के चेहरे की कांति सूर्य की तरह तेजस्वी व ओजपूर्ण होती है।

मूलांक 1 वाले जातक अंक 1 के शुभ फल प्राप्त करने के लिए निम्न उपाय करें:-

– सूर्य को जल दें।

– पिता के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें।

– गायत्री मंत्र का जप करें।

– बंदरों को गुड़ खिलाएं।

– काले व नीले रंग का परहेज करें।

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