अगर कुंडली के किसी भाव में कोई ग्रह ना हो या किसी भाव पर किसी ग्रह की दृष्टि ना पड़ती हो वह सोया हुआ भाव या घर कहलाता है। जो घर सोया हुआ हो उससे संबधित चीजों का फल तब तक नहीं मिलता जब तक उसे जगाया ना जाए। यदि कुंडली का कोई महत्वपूर्ण भाव सोया होता है तो ऐसे व्यक्ति को उस भाव का उसकी मेहतन के अनुसार फल प्रदान नहीं होता।
लाल किताब के अनुसार सोये हुए घरों को जगाने के लिए निम्न ग्रहों की मदद ली जाती है: –
– यदि पहला घर सोया हो तो मंगल ग्रह की मदद ली जाती है।
उपाय – मंगलवार को व्रत रखें, मंगलवार के लिए हनुमान जी को लड्डूओं का प्रसाद चढ़ाकर बाटें।
– यदि दूसरा घर सोया हो तो चन्द्रमा की मदद ली जाती है।
उपाय – चांदी धारण करें, माता की सेवा करें और बुजुर्ग स्त्री का आशीर्वाद लें।
– यदि तीसरा घर सोया हो तो बुध ग्रह मदद ली जाती है।
उपाय – गाय को हरा चारा दें, दुर्गा सप्तशती का पाठ करें, छोटी कन्याओं का आशीर्वाद लें।
– यदि चौथा घर सोया हो तो चन्द्रमा की मदद ली जाती है।
– यदि पांचवा घर सोया हो तो सूर्य ग्रह की मदद ली जाती है।
उपाय – भूरी चीटियों को आटा दें, सूर्य देव को जल अर्पित करें।
– यदि छठा घर सोया हो तो राहु ग्रह की मदद ली जाती है।
उपाय – ससुराल से अच्छे सम्बन्ध रखें।
– यदि सातवां घर सोया हो तो शुक्र ग्रह की मदद ली जाती है।
उपाय – स्त्रिओं का आदर करें, सफ़ेद गाय की सेवा करें।
– यदि आठवां घर सोया हो तो चन्द्रमा की मदद ली जाती है।
– यदि नौवां घर सोया हो तो बृहस्पति ग्रह की मदद ली हाती है।
उपाय – पीले वस्त्र धारण करें, सोना धारण करें, केसर का तिलक लगायें।
– यदि दसवां घर सोया हो तो शनि ग्रह की मदद ली जाती है।
उपाय – शनिवार के दिन व्रत रखें, सरसों का तेल दान करें।
– यदि ग्यारहवां घर सोया हो तो बृहस्पति ग्रह की मदद ली जाती है।
– यदि बारहवां घर सोया हो तो केतु की मदद ली जाती है।
उपाय – कुत्ते की पालना करें, सफ़ेद काले तिल जल प्रवाह करें ।